(या। 60 lifश्य। और 60 रूल लड़कों को परियों पर बिठाकर उनको सुनाया कि चूंकि रफी जी अब १२ बजे नहीं आते हैं, इसत्ता गे हारे तण रामह़ो जावें । यह...
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एआर स्वामी जी को साथ लाकर समन वर्ष के समीप राजा फकीरउल्ला के बाग वाले कोठी की ऊपरी मंजिल वामी जी के साथ केवल कुछ पंडित, एक हिन्दुस्तानी (उत्...
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कि ईसाइयों के अवतार का अर्थात ईश्वर का अवतार वह विलकल नहीं मानता और यदि कोई ऐसे अवतार चास्तव ने हुए हैं तो वे देवताओं के अवतार थे न कि ईश्वर...
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कुरुक्षेत्र में चौरासी सहस नदी है । ( समीक्षा ) भला कुरुक्षेत्र बहुत छो उसको न देखकर एक मिथ्या बात लिखने में इनको लज्जा भी न आई। जासुसराउ ता...
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व भाटी शुदि ४, मंगलवार, संवत १९२७, तदनुसार ३० अगस्त सन १८७० को टिवाकर प्रेस में प्रकाशित कराई । वक्र पृष्ठ संख्या ३ में स्पष्ट लिखा है इस का...
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किन्तु जो परमात्मा अनंत, सर्वव्यापक, सर्वज्ञ, पवित्र, ज्ञानस्य है उस जैनी लोग जानते नहीं, कि जिसमें सर्वज्ञाती गुण यथातथ्य घटते हैं। गम्बनर ...
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केवल कल्पनामात्र अविद्वानों को फंसाने के लिये समजाल है। रोहतास बर। शरीर कईले ॥ ( बा १ से सुः ३५१)। रि तिर दि सासरो। । बरस जोर छ र । बोललदिर।...
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किस स्थान पर स्वामी जी उतरे हुए में गह तस स्थान से जहां भाषण हुए, अत्यन् समीष का । इमे पल सतन: वहां पहुंच गए और दवार बन्द कर सीधे ।लोगों ने ...
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ती यह वाइवल* का मत है वह केवल ईसाइयों का है सो नहीं किन्तु इससे यहूदी अभी गृहीत होते हैं जो यहां तेरहवें समुल्लास में ईसाई मत के विषय में लि...
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जांघ स लंगड़ाता था । *इमलिये इससायेल के वंश उम जांघ की नस की जो चढ़ गड शी आ्रज लां नददं खाते क्योंकि उमने यथ्रकृूब के जांघ की नस का चढ़ गई थ...
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क्रम से अर्थात् ब्राह्मण वर्ण का ब्राह्मणी, क्षत्रिय वर्ण का क्षत्रिया, वैश्य वर्ण का वैश्या, शुद्र वर्ण का शुद्र के साथ विवाह होना चाहिये, ...
